Tuesday, December 30, 2008

जब चारों ओर घना अँधेरा छाया हो और कोई आशा की किरण न दिखे तब जो ख़ुद को जलाकर जग को प्रकाशित करे, वेह है "दिया"
वेह दिया, जो न केवल प्रकाश फैलाएगा अपितु हमे सन्मार्ग की ओर प्रेरित करेगा ।

लक्ष्य कथन:
राष्ट्र की युवा शक्ति मे निहित क्षमताओं का श्रेष्ठतम ढंग से सुनियोजन कर वर्ष 2020 तक दिव्य भारत का निर्माण

मिशन वक्तव्य:
युवाओं को एकत्रित करके व्यक्ति, परिवार, एवं समाज निर्माण के मध्यम से राष्ट्र निर्माण की परिकल्पना को साकार रूप देना

दिया दिव्य भारत के निर्माण द्वारा सतयुग की वापसी के लिए संकल्पित है।

वर्तमान समस्याएं

  • आज का अंधा भौतिक्वादी विकास एवं आध्यातमवाद की कमी ही समाज मे व्याप्त सभी समस्यायों का मूल कारण है
  • युवा को जीवन जीने की कला का सही मार्गदर्शन ना होने के कारण ही समाज मे असंतोष एवं कुरीतियाँ व्याप्त हैं।

दिया के उद्देश्य

  • युवाओं के सपनों में आदर्शवाद लाना
  • युवाओं के चिंतन को पोषण प्रदान कर जीवन पथ मे आदर्शवादी निर्णय लेने मे सक्षम बनाना।
  • युवाओं को स्वस्थ , स्वावलंबी, शिक्षित एवं संवेदनशील बनाना।
  • युवाओं की सोच को नया आयाम देना।
  • धरती माँ पर चारों ओर शान्ति एवं मधुरता द्वारा सतयुग की वापसी लाना।